द एलीफेंट व्हिस्परर्स फिल्म की कहानी।फिल्म मे किसे मिला ऑस्कर अवार्ड।शॉर्ट डॉक्युमेंट्री फिल्म क्या होती है।।

 ऑस्कर अवार्ड 2023 में भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ने भी अपना जलवा दिखाया है। भारत की इन दो फिल्मों ने ऑस्कर अवॉर्ड को अपने नाम किया। 1. द एलीफेंट व्हिस्परर्स 2.RRR फिल्म।

इस लेख में हम आपको डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म द एलीफेंट व्हिस्परर्स  की कहानी और निर्माता तथा निर्देशक के बारे में बताएंगे।

इसके अलावा हम आपको यह भी बताएंगे डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म क्या होती है और सबसे पहला ऑस्कर अवॉर्ड किसे मिला और इसकी शुरुआत कब हुई और इस फिल्म के जो निर्माता है उनके बायोग्राफी के बारे में भी बताएंगे।


एलीफेंट व्हिस्परर्स फिल्म में किसे मिला ऑस्कर अवार्ड।

डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म की कैटेगरी में ऑस्कर जीतने वाली यह भारत की तीसरी फिल्म है इस फिल्म ने 2023 में आयोजित 95वें ऑस्कर अवार्ड में जीत हासिल की। इस फिल्म का निर्देशन कार्तिकी गोंसाल्विस ने और यह फिल्म गुनीत मोंगा द्वारा प्रोड्यूस की गई है। द एलीफैंट व्हिस्परर्स 8 दिसंबर 2022 मैं नेटफ्लिक्स पर रिलीज किया गया था।

यह फिल्म तमिल भाषा में रिलीज की गई है।

इस फिल्म की सबसे खास बात यह है कि फिल्म का निर्देशन करने वाली कार्तिकी गोंसाल्विस के करियर की यह पहली फिल्म थी जिसने ऑस्कर अवार्ड अपने नाम किया। कार्तिकी एक डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर और फोटोग्राफर हैं। ये तमिलनाडु से बिलॉन्ग करती हैं। इन्होंने एक कैमरा ऑपरेटर के तौर पर अपने कैरियर की शुरुआत की।


द एलीफेंट व्हिस्परर्स की कहानी


इस फिल्म में मनुष्य और जानवरों के बीच भावनात्मक संबंध और उनकी संवेदनशीलता की गहराई को दर्शाया गया है। बोमन और बेली नाम के दो मियां बीवी है उनके जानवरों के प्रति लगाव और संघर्ष को इस फिल्म में दर्शाया गया है। यह दोनों तमिलनाडु के मुदामल्लई नेशनल पार्क के रहने वाले हैं। साल 2017 मैं इन्हें एक घायल हाथी का बच्चा मिलता है और यह दोनों से घर ले आते हैं और उसका पालन पोषण करते हैं।

उस हाथी के बच्चे का नाम रघु रखा गया इसके बाद यह एक और हाथी से जोड़ते हैं जिसका नाम इन्होंने अम्मू रखा। फिल्म में दिखाया गया है कि जब रघु बड़ा हो जाता है तो उसे उसकी हिफाजत के लिए उसे ज्यादा काबिल शख्स को सौंप दिया जाता है।

इसके बाद थेप्पाकाडु एलिफेंट कैंप में वुमन और बैली और तीनों खुशी-खुशी साथ रहते हैं और रघु को भी याद करते हैं।

इस फिल्म के माध्यम से फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने जानवरों के साथ मनुष्य के संबंधों को बेहतर ढंग से समझाने की कोशिश की है इसके अलावा फिल्म में तमिलनाडु के मुद्दों मलाई टाइगर रिजर्व की प्राकृतिक सुंदरता को भी दिखाने का प्रयास किया है। यह फिल्म भारतीय संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण की परंपरा को भी प्रदर्शित करती है।


शॉर्ट डॉक्युमेंट्री फिल्म क्या होती है

इन फिल्मों को शार्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनकी कहानी सच्ची घटनाओं पर आधारित होती है और यह समाज को शिक्षित और जागरूक करने का कार्य करती हैं। तथा इन फिल्मों के पर्दे का समय 30 से 40 मिनट तक का ही होता है।


ऑस्कर अवार्ड की शुरुआत कब हुई

ऑस्कर अवार्ड को हॉलीवुड हॉलीवुड का सबसे प्रचलित पुरस्कार समारोह माना जाता है। जो प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। इस अवार्ड को अकैडमी अवॉर्ड भी कहा जाता है। इस अवार्ड को एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एवं साइंस द्वारा हर साल आयोजित करवाया जाता है।

ऑस्कर अवॉर्ड में कई कैटेगरी की फिल्मों को शामिल किया जाता है। ऑस्कर अवार्ड की शुरुआत 16 मई 1929 को हुई थी यह हॉलीवुड रोसवैल्ट होटल में हुआ था जो एक प्राइवेट डिनर पार्टी थी। इस पार्टी में लगभग 270 लोग शामिल हुए थे।

पहले ऑस्कर अवॉर्ड में 12 कैटेगरी थी जिसमें दो स्पेशल सम्मान थे। यह अवार्ड उन लोगों को दिया गया था जिन्होंने 1927 से 1928 में हॉलीवुड में विशेष काम किया था।

एकेडमी के पहले प्रेसिडेंट डगलस फेयरबैंक्स थे।


पहला ऑस्कर अवार्ड किसे मिला

पहला ऑस्कर अवॉर्ड बेस्ट एक्टर के लिए एमिल  जन्निंग को फिल्म दी लास्ट कमांड और दी वे ऑफ ऑल फ्लैक्स के लिए मिला था। बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड जेनेट गय्नोर को फिल्म '7 हेवन' ' स्टील एंजेल' और सनराइज के लिए मिला था।

डायरेक्शन के लिए 2 वोट दिए गए थे जिसमें एक ड्रामा फ्रैंक बोर्जागे और एक कॉमेडी पिक्चर जिस के लिए लेविस माइलस्टोन को अवार्ड मिला था।


ऑस्कर अवार्ड लोगों तक कैसे पहुंचा

ऑस्कर अवार्ड को सबसे पहले 1930 में रेडियो द्वारा आम जनता तक पहुंचाया गया था। टेलीविजन पर पहली बार इसे 1953 में दिखाया गया था।

लेकिन वर्तमान में ऑस्कर अवार्ड को हम लाइव देख सकते हैं।



ऑस्कर अवार्ड किसे और क्यों दिया जाता है

यह अवार्ड फिल्म इंडस्ट्री में निर्माताओं,कलाकारों लेखकों तथा निर्देशकों को उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। यह फिल्म जगत का जगत का सबसे बड़ा सम्मान है।



गुनीत मोंगा बायोग्राफी

गुनीत मोंगा एक भारतीय फिल्म निर्माता है इनका जन्म 21 नवंबर 1983 को नई दिल्ली में हुआ था।

इन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा ब्लूबेल्स स्कूल इंटरनेशनल से प्राप्त की थी और इन्होंने गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से मधुबाला इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन एंड इलेक्ट्रॉनिक मास कम्युनिकेशन में डिग्री हासिल की। इन्होंने बिजनेसमैन सनी कपूर से 12 दिसंबर 2022 को विवाह किया था। उन्होंने अपनी शादी शिख रीति रिवाज के साथ की थी। गुनीत मोंगा के लिए उनकी शादी होना है उनके लिए सपने जैसा है वह अट्ठारह की उम्र से शादी करना चाहती थी। उन्होंने बताया कि जब वह 23 वर्ष की थी तो उनके माता-पिता का स्वर्गवास हो गया था और अपने माता-पिता खो देने के बाद वह एक बड़ा परिवार चाहती थी। जो आखिरकार उन्हें शादी के बाद मिल गया। 39 वर्ष की आयु में इन्होंने शादी की है।


करियर की शुरुआत

गुनीत मोंगा ने अपने करियर की शुरुआत में 2003 में दिल्ली के एक प्रोडक्शन आॉर्डिनेटर के साथ इंटर्निशिप की थी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुतियों के लिए प्रोडक्शन को आॉर्डिनेटर के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया। और 2006 में मुंबई आ गई और उन्होंने पहली फिल्म क्रिकेट फिल्म का प्रोड्यूस किया। इसके बाद इन्होंने लगातार कई हिट फिल्में दी  2007 सलाम इंडिया इसके बाद रंग रसिया 2008 में और दास विभिन्न निया इसके बाद 2009 में  वंश ओपन टाइम इन मुंबई भी प्रोड्यूस की।

गुनीत मोंगा Sikhya एंटरटेनमेंट की CEO भी हैं।


dad man

मेरा नाम बलराम है और मैं हरियाणा में रहता हूं और मेरे बारे में इससे ज्यादा जानने के लिए मेरा About us पेज देखें।

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