2023 में पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया इन 8 हस्तियों को।

 कौन है वे 8 हस्तियां जिन्हें 2023 में पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया


क्या है इन हस्तियों की बायोग्राफी।

भारत में प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर  विशेष सेवा,विशेष कार्य व विशेष योगदान के लिए

राष्ट्रपति द्वारा व्यक्तियों को पदम पुरस्कार से नवाजा जाता है। यह पुरस्कार अनमोल है। इस पुरस्कार किस लिए दिया जाता है ताकि अन्य लोगों में भी जागरूकता फैले। ताकि वह भी देश के लिए अपना विशेष योगदान दें। पदम पुरस्कार की शुरुआत 1954 में हुई थी। इस पुरस्कार को भारत के राष्ट्रपति द्वारा गणतंत्र दिवस पर दिया जाता है और "द गजट ऑफ इंडिया" में पंजीकृत किया जाता है।

इस पुरस्कार को वर्ष 1978 और 1989 तथा 1993 से 1997 के दौरान थोड़े से अंतराल को छोड़कर प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस पर घोषित किया गया है। पदम पुरस्कार को 15 जनवरी 1955 में तीन भागों में वर्गीकृत किया गया था। पदम विभूषण, पदम भूषण तथा पदम श्री। पदम विभूषण को सबसे पहले अंतराल में रखा गया तथा दूसरे में पदम भूषण को और अंत में पदम श्री को रखा गया था।

पदम पुरस्कार क्या है: पदम विभूषण,पदम भूषण और पदम श्री देश के सर्वोच्च नागरिकों में से एक पुरस्कार है। इस पुरस्कार को भारत सरकार द्वारा भारतीय नागरिकों को ऐसा दिन कार्य के लिए प्रत्येक वर्ष दिया जाता है। क्या है इन तीनों पुरस्कारों में अंतर।


 पदम विभूषण: यह पुरस्कार पद्म पुरस्कारों में सबसे सर्वोच्च है। भारत रतन के बाद यह दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। यह किसी भी क्षेत्र में असाधारण और विशेष कार्य के दिया जाता है।


पदम भूषण : पदम भूषण पद्म पुरस्कारों में दूसरे स्थान पर है। इस पुरस्कार को भारत में तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार अंतराल में रखा गया।

इस पुरस्कार को किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट और विशेष सेवाओं के लिए दिया जाता है।


पदम श्री: इसे पद्म पुरस्कारों में भारत में तीसरे स्थान पर रखा गया है और भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। इसे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा,उद्योग,विज्ञान,खेल,चिकित्सा,कला, समाज सेवा,सार्वजनिक जीवन आदि में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि 2023 में पदम भूषण पुरस्कार से किन 8 हस्थियों को नवाजा गया है।  उन 8 हस्तियों की सूची:

  • श्री एस एल भैरप्पा

  • श्री कुमार मंगलम बिड़ला

  • श्री दीपक धर

  • सुश्री वाणी जयराम

  • श्री स्वामी चिन्ना जीयर

  • सुश्री सुमन कल्याणपुर

  • श्री कपिल कपूर

  • श्री कमलेश डी पटेल


एस एल भैरप्पा का जीवन परिचय।


इनका जन्म 20 जून 1931 में कर्नाटक के एक राज्य में हुआ था। एक भारतीय दार्शनिक, उपन्यासकार और पटकथा लेखक है। जो कि कन्नड़ भाषा में लिखते हैं। इनका यह कार्य कर्नाटक राज्य में अति लोकप्रिय है। इन्हे व्यापक रूप से भारत के लोकप्रिय उपन्यास कारों में से एक माना जाता है।

उनके उपन्यासों का अनुवाद हिंदी और मराठी भाषा में भी किया जाता है। जिन्हें इनके विशेष कला के लिए भारत सरकार द्वारा पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया है।


कुमार मंगलम बिड़ला का जीवन परिचय।


कुमार मंगलम बिड़ला का जन्म 14 जून 1967 को था। यह भारतीय उद्योगपति और आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष हैं। उनकी कंपनियों में शामिल है ग्रासिम हिंडालको,अल्ट्राटेक सीमेंट,आदित्य बिरला न्यू आइडिया सेल्यूलर आदित्य बिड़ला रिटेल और कनाडा में आदित्य बिड़ला मिनिक्स और बिड़ला ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के वे कुलाधिपति है।

कुमार मंगलम कई महत्वपूर्ण और जिम्मेदार पदों पर प्रतिष्ठा चुके हैं और अभी भी है। इन्हें भी पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया है।


दीपक धर का जीवन परिचय।


इनका जन्म 30 अक्टूबर 1951 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में हुआ था। इनके पिता का नाम मुरलीधर माता रमा गुप्ता हैं। दीपक ने 1972 में कानपुर से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में मास्टर डिग्री हासिल करने से पहले 1970 में इलाहाबाद के विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। 1978 में इन्होंने "कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी" से पीएचडी हासिल करने के बाद "टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च" में रिसर्च फेलो के रूप में अपना कार्य शुरू करने के लिए भारत लौट आए।

दीपक धर को "साइंस एंड इंजीनियरिंग" में योगदान देने के लिए पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया।


सुश्री वाणी जयराम।


वाणी जयराम का जन्म 30 नवंबर 1945 को हुआ था। जो तमिलनाडु की रहने वाली हैं उनका बचपन का नाम  कलैवानी है और इन्हें वाणी जयराम के नाम से भी जाना जाता है। यह भारतीय गायिका हैं। इनके करियर की शुरुआत 1971 से शुरू हुई और 5 दशक से अधिक तक चला। इन्होंने अपने 10,000 से अधिक गीतों की रिकॉर्डिंग में 1000 से अधिक भारतीय फिल्मों के लिए प्लेबैक किया। इसके अलावा उन्होंने हजारों भक्ति और निजी एल्बम भी रिकॉर्ड किए हैं। भारत और विदेशों में भी इन्होंने कई एकल संगीत कार्यक्रमों में भाग लिया है। इनकी इस कला के लिए ही नहीं भी पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया है।


स्वामी चिन्ना जीयर का जीवन परिचय।


वर्तमान समय में है ये श्री वैष्णव संप्रदाय के प्रचारक एवं दक्षिण भारतीय संत सन्यासी हैं। यह तेलंगाना मे रहते हैं। उन्होंने वैष्णव धर्म का प्रचार भारत नेपाल से लेकर विदेशों तक किया है। यह प्रतिपादित विशिष्टाव्दैत दर्शन का अनुसरण रामानुजाचार्य द्वारा करते हैं।

भगवान विष्णु के आराधक हैं। यह संस्कृत भाषा के विद्वान व अनेक भाषा के प्रखर वक्ता भी हैं।

इन्हें अन्य-अध्यात्मवाद के लिए पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया है।


सुश्री सुमन कल्याणपुर का जीवन परिचय।


सुमन कल्याणपुर का जन्म 28 जनवरी 1937 को हुआ था। महाराष्ट्र की रहने वाली हैं। यह एक भारतीय पाश्र्व गायक है। उन्होंने हिंदी,मराठी,गुजराती,असमिया,कन्नड,मैथिली,भोजपुरी,राजस्थानी,बंगाली,ओडियो और पंजाबी के अलावा ने कई भाषाओं में फिल्मों के लिए गाने रिकॉर्ड किए हैं। सुमन कल्याणपुर को लता मंगेशकर,मुकेश,गीता दत्त,मोहम्मद रफ़ी,आशा भोंसले,हेमंत कुमार,तलत महमूद,किशोर कुमार,महेंद्र कपूर,मन्ना डे और शमशाद बेगम के साथ हिंदी फिल्म संगीत के सुनहरे युग के लिए लोकप्रिय गायकों में से एक माना जाता है।

सुमन कल्याणपुर ने 857 हिंदी गीत गाए। इन्हें इनकी महान कला के लिए पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया।


कपिल कपूर का जीवन परिचय


कपिल कपूर का जन्म 17 नवंबर 1940 को हुआ था। जो कि दिल्ली के रहने वाले हैं। यह विज्ञान और साहित्य के एक विशेष भारतीय विद्वान और बौद्धिक परंपराओं के विशेषज्ञ हैं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर। उन्होंने 2005 में सेवानिवृत्त होने से पहले सेंटर फॉर लिंग्विस्टिक्स स्टिक्स एंड इंग्लिश और सेंटर फॉर संस्कृत स्टडीज में प्रोफेसर के रूप में कार्य किया।

 साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया है।


श्री कमलेश डी पटेल।


उनका जन्म 1956 में हुआ था। जो वर्तमान समय में तेलंगाना में रहते हैं। जिन्हें उनके सगे संबंधियों के बीच दाजी के नाम से भी जाना जाता है। यह आध्यात्मिक नेता लेखक और आध्यात्मिक साधना की सहज मार्ग में राज योग राज गुरुओं के पंक्तियों में चौथे हैं। श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष भी रहे हैं।

जो 1945 में स्थापित एक गैर-लाभकारी संगठन है और जो 2014 से संयुक्त राष्ट्र के सार्वजनिक सूचना विभाग से जुड़ा हुआ है। इन्हें भी अन्य-अध्यात्मवाद के लिए पद्म भूषण पुरस्कार से नवाजा गया है।


पदम भूषण पुरस्कार पहली बार किसे मिला था।


भारत में प्रथम बार सत्येंद्र नाथ बोस को पदम भूषण पुरस्कार से नवाजा गया था। यह एक भारतीय गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री है। इनका जन्म 1 जनवरी 1894 को भारत के कोलकाता में हुआ।भौतिक शास्त्र में दो प्रकार के माने जाते हैं-बोसान और फर्मियान। इनमें से बोसान सत्येंद्र नाथ बोस के नाम पर ही है




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मेरा नाम बलराम है और मैं हरियाणा में रहता हूं और मेरे बारे में इससे ज्यादा जानने के लिए मेरा About us पेज देखें।

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