साउथ व बॉलीवुड इंडस्ट्री के अभिनेता कैकला सत्यनारायण का हुआ निधन।
कैकला सत्यनारायण का जन्म 25 जुलाई सन 1935 में कृष्णा जिले के कोट राम गांव में हुआ था।
उनके पिताजी का नाम लक्ष्मीनारायण जी था।
इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गुड़ीवाड़ा जिले में स्थित एक स्कूल से पूरी की थी।
सत्यनारायण जी ने अपनी कॉलेज की शिक्षा भी गुड़ीवाड़ा जिले से ही की थी।
इनका विवाह 10 अप्रैल सन 1960 को नागेश्वरम्मा से हुआ था। इनके एक भाई भी है जो फिल्म प्रोड्यूसर हैं जिनका नाम नागेश्वरराव है। कैकला सत्यनारायण के दो बेटे और दो बेटियां हैं।
इनका फिल्मी सफर
कैकला सत्यनारायण ने अपनी शानदार पर्सनैलिटी और अच्छी आवाज के कारण मद्रास इंडस्ट्री में फिल्मों में रोल करने के लिए कदम रखा।
पहली बार इन्हें DL नारायण ने नोटिस किया और इन्हें सिपाही कोडुरु नाम की फिल्म सन 1959 में काम करने का मौका दिया। इस फिल्म को Changayya नाम के व्यक्ति ने डायरेक्ट किया था।
हालाकि यह फिल्म पर्दे पर कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई, परंतु उन्होंने इस फिल्म में अपनी काफी अच्छी एक्टिंग का प्रदर्शन किया। NTR से शक्ल मिलने के कारण काफी लोगों ने नोटिस किया।
इसके बाद इन्होंने एनटीआर के डुप्लीकेट होने के तौर पर काम करने का फैसला किया। NTR ने भी इन्हें नोटिस किया और 1960 मे अपनी फिल्म Apoorva Sahasra Siraccheda chintamani में काम करने का मौका दिया।
इस फिल्म को HD लाल ने डायरेक्ट किया था।
इस फिल्म में क्या कला सत्यनारायण ने एक राजकुमार का किरदार निभाया था। विट्ठल आचार्य ने भी इनकी प्रतिभा को देखते हुए सोचा क्यों ना इन्हें एक विलेन का किरदार दिया जाए, और उनकी यह सोच जब फिल्म पर्दे पर आई तो सत्यनारायण जी का करियर काफी बदल गया।
इसके बाद विट्ठल आचार्य ने अपनी फिल्म कनक दुर्गा पूजा महिमा में नेगेटिव रोल निभाने का ऑफर किया और इस फिल्म की परफॉर्मेंस बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी रही। Villain का किरदार निभाने के साथ साथ उन्होंने फिल्मों में काफी अलग-अलग प्रकार के किरदार निभाए जिसके कारण तेलुगू इंडस्ट्री में वर्सेटाइल एक्टर के तौर पर जाना जाने लगा । केकला सत्यनारायण को जो भी किरदार दिया जाता था वह उसे बखूबी निभाते थे।
इन्होंने अपने फिल्मी करियर में कॉमेडियन, पिता ,भाई और विलेन जैसे कई किरदार निभाए।
यमगोला पिक्चर में किए गए इनके यम के रोल को लोगों ने काफी ज्यादा पसंद किया था केकला सत्यनारायण साउथ इंडस्ट्री का एक जाना पहचाना चेहरा भी था। यह फिल्मों को produce करने के साथ-साथ डायरेक्ट भी किया करते थे। तेलुगू इंडस्ट्री के अलावा यह 59वें साउथ रीजन के नेशनल फिल्म अवार्ड की जूरी मेंबर भी रह चुके थे।
सन 2011 में रघुपति बैंक टाई अवार्ड व सन 2017 में फिल्मफेयर अवार्ड दिया गया था। इन्हें यह दोनों अवार्ड तेलुगू सिनेमा में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए दिए गए थे। इनका खुद का प्रोडक्शन हाउस भी है जिसका नाम इन्होंने रामा फिल्म प्रोडक्शन हाउस रखा था। इसी फिल्म प्रोडक्शन हाउस के तहत उन्होंने कोदामा सिंहम ,बंगारू कुटुमबम ,मोगुड़ा जैसी फिल्मों का निर्माण कराया।
सत्यनारायण को 1994 में बंगारू कुटुमबम के लिए सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नंदी पुरस्कार भी दिया गया था।इन्हें नवरस नॉर्टन सर बूमा नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने अपने फिल्मी करियर में 750 से भी अधिक फिल्मों में काम किया और पौराणिक कथाओं के उत्तर अधिकारी साबित हुए।
केकला सत्यनारायण ने तेलुगू के अलावा तमिल कनडा और हिंदी फिल्मों में काम किया था। सन 1986 में सुभाष घई की फिल्म कर्मा में इन्होंने नायिका श्रीदेवी के पिता की भूमिका निभाने का किरदार किया था। कर्मा मूवी को लोगों ने काफी पसंद भी किया था।
राजनीति में कदम
फिल्मी दुनिया में अपना नाम कमाने के बाद इन्होंने राजनीति में भी कदम रखे। सन 1990 में तेलुगू देशम पार्टी के सदस्य बने, और सन 1996 में उन्होंने मछलीपट्टनम लोकसभा से चुनाव लड़ा जिसमें इन्हें जीत हासिल हुई थी।
सन 1998 में लोकसभा चुनाव के लिए फिर लड़े परंतु इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
केकला सत्यनारायण का अंतिम सफर
अपनी एक्टिंग के अभिनय से सभी को प्रभावित करने वाले दिग्गज अभिनेता सत्यनारायण जी अब हमारे बीच नहीं रहे। कुछ समय से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। उन्हें हैदराबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ समय इलाज चलने के बाद उनकी हालत में काफ़ी सुधार हो गया था जिसके चलते उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।
परंतु कुछ समय बाद उनकी तबीयत फिर से बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने बीती रात तक उनका घर पर इलाज किया। दुर्भाग्यवश उन्हें डॉक्टर भी नहीं बचा पाए और 23 दिसंबर सन 2022 को 87 वर्ष की आयु में ही उनका स्वर्गवास हो गया। भले ही यह महान दिग्गज अभिनेता हमारे बीच नहीं रहे, परंतु इनकी गला और अभिनय सदा अमर रहेगा। और यह हमेशा अपने चाहने वालों के दिलों में राज करते रहेंगे।
एक नजर में केकला सत्यनारायण जी के बारे में।